इंसानी जिस्म में ३६० जोड़ का सबूत

इंसानी जिस्म में ३६० जोड़ का सबूत

  • Apr 14, 2020
  • Qurban Ali
  • Tuesday, 9:45 AM

इंसानी जिस्म में ३६० जोड़ होने का सबूत सुंनत में १४०० सालो से मौजूद हैं। उम्मतुल मोमिनीन आयेशा (रा.आ) से रिवायत हैं की, रसूल अल्लाह (सल्लल्लाहु आलिहि वा सल्लम) ने फ़रमाया : "हर इंसान की तख़लीक़ में ३६० जोड़ बनाये गए हैं। इसलिए जिसने अल्लाहु अक्बर कहा, अल्हम्दुलिल्लाह कहा, ला'इलाहा इल्ललाह कहा, सुभानअल्लाह कहा, अस्तग़फरूल्लाह कहा, रास्ते से पत्थर या कांटा या हड्डी हटा दी, किसी अच्छी बात का हुक्म दिया या बुरी बात से रोका तो ये ३६० जोड़ो की गिनती के बराबर शुक्र अदा करना हैं और गोया वो शख्स उस दिन अपने आप को जहन्नुम से आज़ाद करवा रहा है।" इस्लाम की हक्कानियत का इंकार करने वालो के लिए ये बात अपने आप में एक ताज्जुब मौजू रहा हैं के १४०० साल पहले जब विज्ञान इस हाल में भी ना थी की इंसान के जिस्म को स्कैन कर सके लेकिन उस दौर में अल्लाह ने अपने नबी (सल्लल्लाहु आलिहि वा सल्लम) के ज़रिये इंसानी जिस्म के ३६० जोड़ो के बारे में वो बात बयां कर दी जो आज विज्ञान तस्लीम कर रहा हैं। अल्हम्दुलिल्लाह! आज चिकित्सा विज्ञान में एक मुस्तक़िल शोभा एनाटोमी वजूद में आ चूका है जिसने इंसानी जोड़ो की कुल तादाद ३६० तस्लीम कर दी हैं।

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